मुहम्मद माणिक अल्लाह का नाम ले नदी में कूदा, 10 हिंदुओं को डूबने से बचाया | मैं अल्लाह के नाम से नदी में कूद गया। मुझे बस इतना यकीन था कि अल्लाह है और मुझे तैरना आता है..’’ ये मुहम्मद माणिक के शब्द हैं, जिन्होंने दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान नदी में अचानक पानी बढ़ने के बाद डूबने वाले कई लोगों में से दस को बचाया और अब न केवल बंगाल के लिए, बल्कि देश के लिए एक उदाहरण के रूप में सुर्खियों में हैं।     

ऐसे समय में जब देश में कहीं से गरबा पथराव और मदरसा में पूजा की खबरों ने मुंह का स्वाद बिगाड़ दिया है। यह समाचार देश की सभ्यता और भाईचारे की सच्ची तस्वीर पेश करता है और उम्मीद की एक और किरण पैदा करता है कि अच्छाई अभी भी जीवित है और मानवता कभी नष्ट नहीं हो सकती। आज मुहम्मद माणिक ने देश से कहा कि कोई भी किसी धर्म या जाति को विपदा और संकट में नहीं देख सकता, क्योंकि मानव जीवन से बढ़कर कुछ भी नहीं है।